English: As a language for reet exam 2021
English as a language for reet exam 2021 |
• English as a language for reet :- ( एक भाषा के रूप में अंग्रेजी )
Language is a medium of communication through which are expresses his thoughts, ideas, feelings etc.
भाषा, संचार का एक माध्यम है जिसके माध्यम से अपने विचारों, भावनाओं आदि को व्यक्त किया जाता है
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1. Principle of Naturalness :-
(सहजता का सिद्धान्त)
Language is learnt in a natural way. Language teaching should start orally. Student should be encouraged to listen attentively.
भाषा प्राकृतिक तरीके से सीखी जाती है। भाषा शिक्षण मौखिक रूप से शुरू होना चाहिए। विद्यार्थी को ध्यान से सुनने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
- Teacher should concentrate on developing speech habit.
- Correct pronunciation should be taught.
- General vocabulary should be taught.
- Grammar should be taught inductively.
- After speech habit, writing skills should be developed.
शिक्षक को बोलने की आदत विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए।
सही उच्चारण सिखाया जाना चाहिए।
सामान्य शब्दावली सिखाई जानी चाहिए।
व्याकरण को आगमनात्मक रूप से पढ़ाया जाना चाहिए।
भाषण की आदत के बाद, लेखन कौशल विकसित किया जाना चाहिए।
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2. Principle of practice & Habit formation:-
(भाषा अभ्यास आदतों के निर्माण का सिद्धान्त)
The practice in four skills- listening, speaking, reading, & writing is essential practice develops mastery of language it includes the following-
चार कौशलों में अभ्यास- सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना आवश्यक है अभ्यास भाषा की महारत विकसित करता है इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- Listening carefully to the sounds of English.
- Speaking and reading with correct pronunciation & intonation.
- Speaking in normal speed.
- Use correct spellings.
- Reading newspapers, magazines etc.
- To consult dictionary, thesaurus etc.
अंग्रेजी की ध्वनियों को ध्यान से सुनना।
सही उच्चारण और स्वर के साथ बोलना और पढ़ना।
सामान्य गति से बोलना।
सही वर्तनी का प्रयोग करें।
अखबार, मैगजीन आदि पढ़ना।
शब्दकोश, थिसॉरस आदि से परामर्श करने के लिए।
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3. Principle of Imitation:-
(प्रतिरूपता का सिद्धान्त)
A language is learnt through imitation teaching’s pronunciation, grammar etc. Should be correct, Imitation followed by intensive practice help in the mastery of the language system.
नकल शिक्षण के उच्चारण, व्याकरण आदि के माध्यम से एक भाषा सीखी जाती है। सही होना चाहिए, अनुकरण के बाद गहन अभ्यास भाषा प्रणाली की महारत में मदद करता है
4. Principle of Motivation & Interest:-
(प्रेरणा और रूचि का सिद्धान्त)
Students should be motivation to learn language. Their interest should be developed. Audio & visual teaching can be done with the help of pictures, charts, models, flash-cards etc.
भाषा सीखने के लिए छात्रों में प्रेरणा होनी चाहिए। उनकी रुचि विकसित की जानी चाहिए। चित्र, चार्ट, मॉडल, फ्लैश कार्ड आदि की सहायता से श्रव्य एवं दृश्य शिक्षण किया जा सकता है
5. Principle of speaking :-
(बोलने का सिद्धान्त)
Students should be encouraged to use the language orally. They should be motivated to talk.
6. Principle of Accuracy & correctness :-
(सटीकता व शुद्धता का सिद्धांत)
Accuracy means the use of correct and exact words by the Learner. It followed by the teacher himself. He should be accurate in his pronunciation, stress, intonation, spellings etc. Expression should be impressive.
छात्रों को मौखिक रूप से भाषा का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्हें बात करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
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7. Principle of selection & Graduation :-
(चयन & उन्नयन का सिद्धान्त)
Principle of selection & gradation should be followed. It enables teacher to follow the maxims of teaching such as proceed from known to unknown, “simple to complex” etc. The following points should be kept in mind while following the principle of selection.
चयन और श्रेणीकरण के सिद्धांत का पालन किया जाना चाहिए। यह शिक्षक को शिक्षण के सिद्धांतों का पालन करने में सक्षम बनाता है जैसे ज्ञात से अज्ञात की ओर बढ़ना, "सरल से जटिल" आदि। चयन के सिद्धांत का पालन करते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
- Frequency (बारम्बारता) :- Those words which are frequently used by the students should be taught like student, desk, book etc. वे शब्द जो विद्यार्थियों द्वारा बार-बार प्रयोग किए जाते हैं, जैसे विद्यार्थी, डेस्क, पुस्तक आदि पढ़ाए जाने चाहिए।
- Range (सीमा/प्रकार) :- Range means the number of situations in which the words can be used. रेंज का मतलब उन स्थितियों की संख्या से है जिनमें शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- Teachability (सिखाने की क्षमता) :- Words can be easily taught should be used.. शब्दों को आसानी से सिखाया जा सकता है इस्तेमाल किया जाना चाहिए..
- Coverage (क्षेत्र) :- Words which represent a group should be taught. For example the word ‘animal’ includes cow, goat and lion. The word ‘vegetable’ includes onions, potatoes, cabbage etc. एक समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले शब्दों को पढ़ाया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए 'जानवर' शब्द में गाय, बकरी और शेर शामिल हैं। 'सब्जी' शब्द में प्याज, आलू, पत्ता गोभी आदि शामिल हैं
- Availability (उपलब्धता) :- Words which can be conveniently taught & the objects easily available should be taught first.. जिन शब्दों को आसानी से पढ़ाया जा सकता है और आसानी से उपलब्ध वस्तुओं को पहले पढ़ाया जाना चाहिए।
8. Principle of Grouping :-
(नियमों का समूहीकरण)
After words & structures are selected they should be grouped i.e. arranged in order i.e. from simple to complex. Words & structures can be grouped on the basic of sound, meaning & structures.
Thus, the grouping can be Phonetic grouping, semantic grouping & lexical grouping.
शब्दों और संरचनाओं के चयन के बाद उन्हें समूहीकृत किया जाना चाहिए यानी क्रम में व्यवस्थित किया जाना चाहिए यानी सरल से जटिल तक। शब्दों और संरचनाओं को ध्वनि, अर्थ और संरचनाओं के आधार पर समूहीकृत किया जा सकता है। इस प्रकार, समूहीकरण ध्वन्यात्मक समूहन, शब्दार्थ समूहीकरण और शाब्दिक समूहन हो सकता है।
Phonetic grouping (ध्वन्यात्मक समूहीकरण) In this grouping minimal pairs are taught together.
Eg.- sea, tea, feed etc.Semantic grouping (अर्थसंबंधी समूहीकरण) words that convey similar meaning are grouped under one head.
Eg.- The idea of shelter is give by house, tent, hut, hotel etc.Lexical grouping (शाब्दिक समूहीकरण) :- when words are grouped according to situation. It’s called lexical grouping.
Eg.- Father, mother, sister, brother etc.
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9. Principle of sequencing :-
(नियमों का क्रम)
Sequencing may be following types-
- Semantic sequence (अर्थ संबंधी अनुक्रम)
- Grammatical sequence (व्याकरणिक अनुक्रम)
- Lexical sequence (शाब्दिक अनुक्रम)
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