vilom shabd in hindi
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| vilom shabd in hindi | 
विलोंम शब्द किसे कहते हैं -
कुछ शब्दों के युग्म में ऐसे होते हैं जो परस्पर विरोधी होते हैं. ऐसे युग्म विलोम अथवा विपरीतार्थक कहे जाते हैं. ( विलोम का अर्थ होता है उल्टा। जब किसी शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ दिया जाता है उस शब्द को विलोम शब्द कहते हैं अथार्त एक – दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं। इसे विपरीतार्थक शब्द भी कहते हैं। ) जैसे सुख और दुःख परस्पर विरोधी है. हिंदी भाषा के कुछ विपरीतार्थक शब्द युग्मों इस प्रकार है.
विलोंम शब्द सभी परीक्षाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण
अनाथ  | - सनाथ  | 
अवनति  | - उन्नति  | 
अन्तरंग  | - बहिरंग  | 
अल्पज्ञ  | - बहुज्ञ  | 
अल्पायु  | - दीर्घायु  | 
अवनत  | - उन्नत  | 
अन्तर्द्वन्द्व  | - बहिर्द्वन्द्व  | 
अन्तर्मुखी  | - बहिर्मुखी  | 
अल्प  | - बहु  | 
अपेक्षा  | - उपेक्षा  | 
अग्रज  | - अनुज  | 
अधम  | - उत्तम  | 
अज्ञ  | - विज्ञ, प्रज्ञ  | 
अगम  | - सुगम  | 
अमृत  | - विष  | 
अलभ्य  | - लभ्य  | 
अरुचि  | - रुचि  | 
अथ  | - इति  | 
अनुग्रह  | - विग्रह  | 
अतिवृष्टि  | - अनावृष्टि  | 
अवनि  | - अम्बर  | 
अनुराग  | - विराग  | 
अनुकूल  | - प्रतिकूल  | 
आर्द्र  | - शुष्क  | 
आशा  | - निराशा  | 
आस्तिक  | - नास्तिक  | 
आलोक  | - अन्धकार  | 
आय  | - व्यय  | 
अन्त  | - आदि  | 
अमावस्या  | - पूर्णिमा  | 
अस्त  | - उदय  | 
अनुरक्ति  | - विरक्ति  | 
अमर  | - मर्त्य  | 
अग्नि  | - जल  | 
अपमान  | - सम्मान  | 
अति  | - अल्प  | 
अन्धकार  | - प्रकाश  | 
अल्पसंख्यक  | - बहुसंख्यक  | 
आधुनिक  | - प्राचीन  | 
आविर्भाव  | - तिरोभाव  | 
आगामी  | - विगत  | 
आचार  | - अनाचार  | 
आत्मा  | - परमात्मा  | 
आदान  | - प्रदान  | 
आयात  | - निर्यात  | 
आकाश  | - पाताल  | 
आग्रह  | - अनाग्रह  | 
आकीर्ण  | - विकीर्ण  | 
आकर्षण  | - विकर्षण  | 
आद्य  | - अन्त्य  | 
आसक्त  | - अनासक्त  | 
आजादी  | - गुलामी  | 
इहलोक  | - परलोक  | 
इष्ट  | - अनिष्ट  | 
ईश्वर  | - जीव  | 
उपसर्ग  | - प्रत्यय  | 
उन्मूलन  | - रोपण  | 
उदार  | - कृपण  | 
उत्कृष्ट  | - निकृष्ट  | 
उपयोग  | - दुरुपयोग  | 
इच्छा  | - अनिच्छा  | 
ईद  | - मुहर्रम  | 
उपकार  | - अपकार  | 
उत्कर्ष  | - उपकर्ष  | 
उदात्त  | - अनुदात्त  | 
उत्साह  | - निरुत्साह,अनुत्साह  | 
उत्तम  | - अधम  | 
उद्यमी  | - निरुद्यम  | 
उपयुक्त  | - अनुपयुक्त  | 
उच्च  | - निम्न  | 
उत्तीर्ण  | - अनुत्तीर्ण  | 
उद्धत  | - विनीत  | 
उदयाचल  | - अस्ताचल  | 
उत्तरायण  | - दक्षिणायन  | 
एकतन्त्र  | - बहुतन्त्र  | 
एड़ी  | - चोटी  | 
ऐतिहासिक  | - अनैतिहासिक  | 
उत्थान  | - पतन  | 
उधार  | - नकद  | 
उपरि  | - अधः  | 
उग्र  | - सौम्य  | 
एकता  | - अनेकता  | 
एकत्र  | - विकीर्ण  | 
ऐश्वर्य  | - अनैश्वर्य  | 
एकेश्वरवाद  | - बहुदेववाद  | 
कीर्ति  | - अपकीर्ति  | 
कुरूप  | - सुरूप  | 
करुण  | - निष्ठुर  | 
क्रय  | - विक्रय  | 
कायर  | - निडर  | 
कटु  | - मधु  | 
क्रूर  | - अक्रूर  | 
कृत्रिम  | - प्रकृत  | 
कर्मण्य  | - अकर्मण्य  | 
कोप  | - कृपा  | 
कठोर, कर्कश  | - कोमल  | 
कृष्ण  | - शुक्ल, श्वेत  | 
कृतज्ञ  | - कृतघ्न  | 
कनिष्ठ  | - ज्येष्ठ  | 
कर्म  | - निष्कर्म, अकर्म  | 
कपटी  | - निष्कपट  | 
कुटिल  | - सरल  | 
क्रोध  | - क्षमा  | 
कृपण  | - दाता  | 
खेद  | - प्रसन्नता  | 
गणतन्त्र  | - राजतन्त्र  | 
गुरु  | - लघु  | 
गुप्त  | - प्रकट  | 
ग्रस्त  | - मुक्त  | 
ग्राह्य  | - त्याज्य  | 
गगन  | - पृथ्वी  | 
गरल  | - सुधा  | 
गीला  | - सूखा  | 
गौरव  | - लाघव  | 
गृहस्थ  | - संन्यासी  | 
गत  | - आगत  | 
गुण  | - दोष  | 
गमन  | - आगमन  | 
घात  | - प्रतिघात  | 
घरेलू  | - बाहरी, वन्य  | 
चाह  | - अनचाह  | 
चिरंतन  | - नश्वर  | 
छाँह  | - धूप  | 
चोर  | - साधु  | 
छली  | - निश्छल  | 
छूत  | - अछूत  | 
जन्म  | - मृत्यु, मरण  | 
ज्येष्ठ  | - कनिष्ठ  | 
जागरण  | - निद्रा  | 
जय  | - पराजय  | 
जड़  | - चेतन  | 
ज्योति  | - तम  | 
जल  | - स्थल  | 
जीवित  | - मृत  | 
जातीय  | - विजातीय  | 
जटिल  | - सरल  | 
जीवन  | - मरण  | 
जंगम  | - स्थावर  | 
ज्वार  | - भाटा  | 
जल्द  | - देर  | 
ताप  | - शीत  | 
तम  | - आलोक,ज्योति  | 
तीव्र  | - मन्द  | 
तुच्छ  | - महान्  | 
देव  | - दानव  | 
दुष्ट, दुर्जन  | - सज्जन  | 
देय  | - अदेय  | 
दीर्घकाय  | - कृशकाय  | 
धनी  | - निर्धन  | 
तिमिर  | - प्रकाश  | 
तामसिक  | - सात्त्विक  | 
तुकान्त  | - अतुकान्त  | 
तरल  | - ठोस  | 
दिवा  | - रात्रि  | 
दूषित  | - स्वच्छ  | 
दुर्बल, निर्बल  | - सबल  | 
दक्षिण  | - वाम, उत्तर  | 
ध्वंस  | - निर्माण  | 
नूतन  | - पुरातन  | 
न्यून  | - अधिक  | 
नश्वर  | - अनश्वर,शाश्वत  | 
निन्दा  | - स्तुति  | 
नागरिक  | - ग्रामीण  | 
निर्मल  | - मलिन  | 
निरामिष  | - सामिष  | 
निर्लज्ज  | - सलज्ज  | 
निर्दोष  | - सदोष  | 
निर्माण  | - विनाश, ध्वंस  | 
नगर  | - ग्राम  | 
निर्दय  | - सदय  | 
नैसर्गिक  | - कृत्रिम,अनैसर्गिक  | 
निष्काम  | - सकाम  | 
निन्द्य  | - वन्द्य  | 
निरक्षर  | - साक्षर  | 
पण्डित  | - मूर्ख  | 
पक्ष  | - विपक्ष  | 
प्रमुख  | - सामान्य,गौण  | 
प्रलय  | - सृष्टि  | 
प्रारम्भिक  | - अन्तिम  | 
पाश्चात्य  | - पूर्वीय, पौरस्त्य , पौर्वात्य  | 
प्रशंसा  | - निन्दा  | 
पाप  | - पुण्य  | 
परार्थ  | - स्वार्थ  | 
पुरस्कार  | - दण्ड,तिरस्कार  | 
पूर्ववर्ती  | - परवर्ती, उत्तरवर्ती  | 
परतन्त्र  | - स्वतन्त्र  | 
परमार्थ  | - स्वार्थ  | 
परुष  | - कोमल  | 
प्रधान  | - गौण  | 
प्रवृत्ति  | - निवृत्ति  | 
प्राचीन  | - नवीन,अर्वाचीन  | 
प्रत्यक्ष  | - परोक्ष  | 
प्राकृतिक  | - कृत्रिम,विकृत,अप्राकृतिक  | 
पुष्ट  | - क्षीण, अपुष्ट  | 
परिश्रम  | - विश्राम  | 
पूर्व  | - उत्तर, अपर, पश्चिम  | 
पूर्णता  | - अपूर्णता  | 
प्रयोग  | - अप्रयोग  | 
बन्धन  | - मुक्ति, मोक्ष  | 
बाह्य  | - अभ्यन्तर  | 
बहिरंग  | - अन्तरंग  | 
बलवान्  | - बलहीन  | 
बाढ़  | - सूखा  | 
भूत  | - भविष्य  | 
भोगी  | - योगी  | 
बर्बर  | - सभ्य  | 
भौतिक  | - आध्यात्मिक  | 
भद्र  | - अभद्र  | 
मानव  | - दानव  | 
मूक  | - वाचाल, मुखर  | 
मृदुल  | - कठोर  | 
मुख  | - पृष्ठ,प्रतिमुख  | 
महात्मा  | - दुरात्मा  | 
मिलन  | - विरह  | 
मृत  | - जीवित  | 
मुनाफा  | - नुकसान  | 
योग  | - वियोग  | 
रक्षक  | - भक्षक  | 
रत  | - विरत  | 
रागी  | - विरागी  | 
रचना  | - ध्वंस  | 
रूपवान्  | - कुरूप  | 
रिक्त, अपूर्ण  | - पूर्ण  | 
लघु  | - गुरु, दीर्घ, महत्  | 
लौकिक  | - अलौकिक  | 
लिप्त  | - निर्लिप्त,अलिप्त  | 
लुप्त  | - व्यक्त  | 
विवाद  | - निर्विवाद  | 
विशिष्ट  | - साधारण, सामान्य  | 
विजय  | - पराजय  | 
विस्तृत  | - संक्षिप्त  | 
विशेष  | - सामान्य  | 
वसन्त  | - पतझड़  | 
बहिष्कार  | - स्वीकार, अंगीकार  | 
वृद्धि  | - हास  | 
विधवा  | - सधवा  | 
विमुख  | - सम्मुख,उन्मुख  | 
वैतनिक  | - अवैतनिक  | 
विशालकाय  | - क्षीणकाय, लघुकाय  | 
वीर  | - कायर  | 
वृहत्, महत्  | - लघु, क्षुद्र  | 
व्यस्त  | - अकर्मण्य,अव्यस्त  | 
व्यावहारिक  | - अव्यावहारिक  | 
विपत्ति  | - सम्पत्ति  | 
वृष्टि  | - अनावृष्टि  | 
विपद्  | - सम्पद्  | 
वक्र  | - सरल, ऋजु  | 
वियोग, विरह  | - मिलन  | 
सम  | - विषम  | 
सजीव  | - निर्जीव,अजीव  | 
सफल  | - विफल,असफल, निष्फल  | 
सरल  | - कुटिल, वक्र,कठिन  | 
सजल  | - निर्जल  | 
स्वजाति  | - विजाति  | 
सम्मुख  | - विमुख  | 
सार्थक  | - निरर्थक  | 
सकर्म  | - निष्कर्म  | 
सुकर्म  | - कुकर्म, दुष्कर्म  | 
सगुण  | - निर्गुण  | 
सबल  | - दुर्बल, अबल  | 
सनाथ  | - अनाथ  | 
सहयोगी  | - प्रतियोगी  | 
स्वतन्त्रता  | - परतन्त्रता  | 
संयोग  | - वियोग  | 
सम्मान  | - अपमान  | 
सकाम  | - निष्काम  | 
साकार  | - निराकार  | 
सुगन्ध  | - दुर्गन्ध  | 
सुलभ  | - दुर्लभ  | 
सुपथ  | - कुपथ  | 
स्तुति  | - निन्दा  | 
स्मरण  | - विस्मरण  | 
सशंक  | - निश्शंक  | 
सन्तोष  | - असन्तोष  | 
सुधा  | - गरल, विष,हलाहल  | 
संकल्प  | - विकल्प  | 
संन्यासी  | - गृहस्थ  | 
स्वधर्म  | - विधर्म, परधर्म  | 
समष्टि  | - व्यष्टि  | 
संघटन  | - विघटन  | 
साक्षर  | - निरक्षर  | 
सद्वृत्त  | - दुर्वृत्त  | 
समूल  | - निर्मूल  | 
सत्कर्म  | - दुष्कर्म  | 
सुमति  | - दुष्कर्म  | 
सुमति  | - कुमति  | 
संकीर्ण  | - विस्तीर्ण  | 
सदाशय  | - दुराशय  | 
सुकृति  | - कुकृति,दुष्कृति  | 
समास  | - व्यास  | 
स्वल्पायु  | - चिरायु  | 
सुसंगति  | - कुसंगति  | 
सुपरिणाम  | - दुष्परिणाम  | 
सौभाग्य  | - दुर्भाग्य  | 
सखा  | - शत्रु  | 
सौम्य  | - उग्र, असौम्य  | 
सुगम  | - दुर्गम  | 
सुशील  | - दुःशील  | 
स्थूल  | - सूक्ष्म  | 
सुनाम  | - दुर्नाम  | 
स्वामी  | - सेवक  | 
सृष्टि  | - प्रलय, संहार  | 
सन्धि  | - विग्रह  | 
स्थिर  | - चंचल,अस्थिर  | 
सबाध  | - निर्बाध  | 
स्वार्थ  | - निः स्वार्थ,परमार्थ  | 
सत्कार  | - तिरस्कार  | 
सापेक्ष  | - निरपेक्ष  | 
सक्षम  | - अक्षम  | 
सादर  | - निरादर  | 
सलज्ज  | - निर्लज्ज  | 
सदय  | - निर्दय  | 
स्वप्न  | - जागरण  | 
संकोच  | - असंकोच, प्रसार  | 
सभ्य  | - असभ्य, बर्बर  | 
सुदूर  | - सन्निकट,अदूर  | 
सभय  | - निर्भय, अभय  | 
स्तुत्य  | - निन्द्य  | 
सुकाल  | - अकाल,दुष्काल  | 
सविकार  | - निर्विकार  | 
शकुन  | - अपशकुन  | 
शीत  | - उष्ण  | 
शुक्ल  | - कृष्ण  | 
श्वेत  | - श्याम  | 
शासक  | - शासित  | 
शयन  | - जागरण  | 
शृंखला  | - विशृंखला  | 
श्रव्य  | - दृश्य  | 
शोषक  | - पोषक  | 
श्लील  | - अश्लील  | 
शान्ति  | - क्रान्ति,अशान्ति  | 
शुष्क  | - सिक्त  | 
शत्रु  | - मित्र  | 
श्रीगणेश  | - इतिश्री  | 
श्रद्धा  | - घृणा, अश्रद्धा  | 
श्यामा  | - गौरी  | 
हास  | - रूदन  | 
हस्व  | - दीर्घ  | 
हास  | - वृद्धि  | 
हर्ष  | - विषाद, शोक  | 
हिंसा  | - अहिंसा  | 
क्षर  | - अक्षर  | 
क्षणिक  | - शाश्वत  | 
क्षम्य  | - अक्षम्य  | 
क्षुद्र  | - विराट्, विशाल,महान्  | 
अघ  | - अनघ  | 
अभिज्ञ  | - अनभिज्ञ  | 
अर्थ  | - अनर्थ  | 
अघोष  | - सघोष (घोष)  | 
अग्रज  | - अनुज  | 
अनंत  | - अंत  | 
अनाहूत  | - आहूत  | 
अरुचि  | - सुरुचि  | 
अवशेष  | - निःशेष  | 
अकर्मक  | - सकर्मक  | 
अनुनासिक  | - निरनुनासिक  | 
अल्पप्राण  | - महाप्राण  | 
असीम  | - ससीम  | 
अर्पण  | - ग्रहण  | 
अवर (नीचा)  | - प्रवर  | 
अनिवार्य  | - ऐच्छिक,वैकल्पिक  | 
अतिथि  | - आतिथेय  | 
अभियुक्त  | - अभियोगी  | 
अधुनातन  | - पुरातन/नूतन  | 
असूया  | - अनसूया  | 
आकाश  | - पाताल  | 
आर्ष (वैदिक)  | - अनार्ष  | 
आवृत (ढका हुआ)  | - अनावृत  | 
आयात  | - निर्यात  | 
आग्रह  | - दुराग्रह  | 
आविर्भाव (प्रकट)  | - तिरोभाव (लोप)  | 
आविर्भूत  | - तिरोभूत, तिरोहित  | 
आरूढ़ (सवार)  | - अनारूढ़  | 

2 Comments
very good information on Vilom shabd
ReplyDeleteSir
ReplyDeletevilom shabd in hindi ki full pdf bhi share kre pls
thank you
Thankyou